रायपुर (26 मार्च 2021) राजधानी के सिलतरा स्थित सार्थक इस्पात में हुए ब्लास्ट से जिस मजदुर की मौत हो गई हुई थी वह नाबालिग है। पुलिस और प्लांट प्रबंधन ने उसे बालिग बताकर मामला शांत करने की कोशिश की पर मृतक के मिले आधार कार्ड के अनुसार वह नाबालिग है। मंगलवार तड़के सार्थक इस्पात में गैस चेंबर फटने से 1 मजदुर की मौत हो गई थी वही सात गंभीर रूप से घायल है। जिन्हे महादेवघाट के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहा वे जिंदगी और मौत से जूझ रहे है।
परिवार का इकलौता सहारा-
मृतक पवनअपने परिवार का एकलौता सहारा था। सालो पहले पिता की मौत के बाद अपने घर का मुखिया और कमाने वाला पवन था जो मजदूरी कर अपने और अपने परिवार का भरण पोषण करता था। कुछ दिन पहले ही पवन ने सार्थक इस्पात में मजदूरी शुरू किया था पर उसे नहीं पता था कि मंगलवार उसका आखरी दिन होगा। ब्लास्ट में गैस चेंबर के चीथड़े उड़ गए तो मजदुर का शव क्षत विक्षत हो गया था।
घटना के बाद पुलिस ने प्लांट प्रबंधन के खिलाफआईपीसी 287, 337, 304ए के अंतर्गत अपराध दर्ज किया है पर अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस की माने तो प्लांट प्रबंधन से जानकारी मिलने के बाद कार्यवाही होगी।
तीन गंभीर, मृतकों की बढ़ सकती है संख्या-
घटना में घायल सात मजदूरों पवन कुमार साहू, सुनील, छत्रपाल, रामरतन, बैशाखी, बिसाहू लाल, शिवचरण और राज किशोर को महादेव घाट के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहा उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार सात में तीन मजदुर 90 फीसदी जल चुके है जिनकी स्थिति बेहद चिंताजनक है। जनता कांग्रेस के नेताओ ने प्लांट संचालक पर आईपीसी 302 के अंतर्गत अपरध दर्ज की मांग की है। जनता कांग्रेस नेता प्रदीप साहू ने कहा कि
“प्लांट प्रबंधन नाबालिक युवक से मजदूरों करवाकर नियमो का खुला उल्लंघन किया है, घटना होने पर उसे बालिक बताकर बचने में जुटे हुए है। प्रबंधन गंभीर घायलों का अच्छे अस्पताल में इलाज कराये और मृतक के परिजनों को 25 लाख मुआवजा दे।”
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